अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया अमेरिका की आलोचना कर रही है। अफगानिस्तान में बदले इस हालात के लिए लोग अमेरिका को जिम्मेदार मान रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपतिने सफाई देते हुए कहा कि अफगानिस्तान के नेताओं की वजह से ऐसे हालात बने हैं।वहां के नेता बिना लड़े ही देश छोड़कर चले गए। उन्होंने सेना को वापस बुलाए जाने फैसले को सही मानाl अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सेना लगातार लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकती। हमारे कई सैनिकों के परिवारों ने अपनों को खोया है। कल UNSC की बैठक भारत की अध्यक्षता में हुई।UNSC के महासचिव एंटोनियो ने कहा कि तालिबानी हिंसा पर रोक लगाएं और दुबारा से आतंकियों की पनाहगाह ना बने। उन्होंने दुनिया से भी शरणार्थियों को स्वीकार करने की अपील की है।तालिबान के कब्जे के बाद चीन ,पाकिस्तान और टर्की ने सत्ता के बदलाव का स्वागत किया है। रूस और ईरान में भी तालिबान में अपने दूतावास बंद ना करने का ऐलान किया है।तालिबानी कब्जे के बाद काबुल की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है। हजारों की संख्या में लोग देश छोड़ने के लिए काबुल हवाई अड्डे पर भाग रहे हैं।