नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार में अडानी समूह के स्टॉक्स में आज (21 नवम्बर 2024) तगड़ी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों के बीच हड़कंप मच गया है। अडानी समूह की सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 20 प्रतिशत तक की भारी गिरावट देखी जा रही है, जो एक बार फिर समूह पर लग रहे आरोपों और बाजार की स्थिति को लेकर चिंता का कारण बन रहा है।
गिरावट की वजह और असर:
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी पर अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिला है। समूह की प्रमुख कंपनियों के शेयरों में यह गिरावट वित्तीय संकट और बाजार के अनिश्चित वातावरण के बीच हो रही है।
शेयरों में आई गिरावट:
- अडानी एनर्जी सोल्युशंस (Adani Energy Solutions) के शेयर 20% गिरावट के साथ 697.70 रुपये पर आ गए हैं और इस स्टॉक पर लोअर सर्किट लग गया है।
- अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शेयर 10% की गिरावट के साथ 2539 रुपये पर पहुंच गया है और इस शेयर में भी लोअर सर्किट लग गया है।
- अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports & SEZ) का शेयर 10% गिरकर 1160 रुपये पर आ गया है।
- अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) और एसीसी (ACC) दोनों ही कंपनियों के शेयरों में 10% की गिरावट आई, जिससे दोनों पर लोअर सर्किट लग गया है।
- अडानी पावर (Adani Power) के शेयर 15.34% गिरकर 443.70 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।
- अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अडानी टोटाल गैस (Adani Total Gas) में भी 14% और 18% की गिरावट आई है।
निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका:
आज के इस भारी नुकसान ने अडानी समूह के निवेशकों को बड़ा झटका दिया है, और स्टॉक मार्केट में अडानी समूह की कंपनियों के बारे में फिर से बहस तेज हो गई है। इस गिरावट के बीच, अडानी समूह के समर्थक जहां इन आरोपों को राजनीतिक बताकर खारिज कर रहे हैं, वहीं आलोचक इसे गंभीरता से ले रहे हैं और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
मूल्यांकन और बाजार का दृष्टिकोण:
विश्लेषकों का कहना है कि अडानी समूह के शेयरों में यह गिरावट एक तात्कालिक प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन इस घटना का लंबी अवधि में क्या असर पड़ेगा, यह समय ही बताएगा। जब तक समूह की ओर से इन आरोपों को लेकर स्पष्टता नहीं आती, तब तक निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
अडानी समूह के शेयरों में आई इस गिरावट के बाद, निवेशकों को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी जा रही है।
निष्कर्ष:
अडानी समूह के लिए यह एक मुश्किल समय साबित हो रहा है, और आने वाले दिनों में इस मामले से संबंधित और अपडेट्स मिल सकते हैं। इस बीच, निवेशकों को अपनी स्थिति पर ध्यान देना और उचित वित्तीय निर्णय लेना बेहद आवश्यक है।
(यह लेख ताजातरीन घटनाक्रम और आंकड़ों के आधार पर लिखा गया है, जो कि 21 नवम्बर 2024 तक अद्यतन हैं।)