प्रस्तावना
कनाडा ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है, जो पढ़ाई के साथ-साथ काम करने के इच्छुक छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करता है। अब भारतीय छात्र सप्ताह में 24 घंटे तक काम कर सकते हैं, जो पहले 20 घंटे तक सीमित था। इस बदलाव से न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि उनके वर्क एक्सपीरियंस में भी सुधार होगा। आइए इस नई नीति के बारे में विस्तार से जानें।
क्या है नई वर्क परमिट पॉलिसी?
कनाडा सरकार ने वर्क परमिट के नियमों में बदलाव करते हुए विदेशी छात्रों को बड़ी राहत दी है। अब भारतीय छात्र, जो कनाडा के डेजीगनेटेड लर्निंग इंस्टीट्यूशन्स (DLI) में पढ़ाई कर रहे हैं, बिना वर्क परमिट के सप्ताह में 24 घंटे तक काम कर सकते हैं। यह नियम पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को अपने खर्चे निकालने और वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने में मदद करेगा।
कौन उठा सकता है इस नीति का लाभ?
पात्रता मानदंड
- छात्र किसी डेजीगनेटेड लर्निंग इंस्टीट्यूशन (DLI) में फुल टाइम पढ़ाई कर रहा हो।
- कोर्स की अवधि कम से कम 6 महीने हो और इसे पूरा करने पर डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट मिले।
- छात्र के पास सोशल इंश्योरेंस नंबर (SIN) होना चाहिए।
- छात्र ने अपनी पढ़ाई शुरू कर दी हो।
नई नीति का छात्रों पर प्रभाव
छात्रों के लिए आय में वृद्धि
वर्किंग घंटे बढ़ने से छात्रों को अपनी पढ़ाई और रहने के खर्चों को कवर करने में मदद मिलेगी। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
वर्क एक्सपीरियंस का फायदा
छात्र अब अधिक घंटों तक काम करके अपने करियर के लिए बेहतर वर्क एक्सपीरियंस प्राप्त कर सकते हैं। यह भविष्य में उन्हें स्थायी नौकरियों के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा।
कौन-कौन से क्षेत्रों में काम करते हैं छात्र?
कनाडा में काम करने वाले भारतीय छात्रों की नौकरियों के क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- ड्राइविंग – 18.70%
- एग्रीकल्चर – 12.50%
- रेस्टोरेंट्स – 8.10%
- पेट्रोल पंप – 6.20%
- आईटी और होटल मैनेजमेंट – 21% से अधिक
लोकप्रिय कोर्स और छात्रों के लिए संभावनाएं
भारतीय छात्र कनाडा में इन कोर्सेज़ में दाखिला लेना पसंद करते हैं:
- आईटी: 21.26%
- होटल मैनेजमेंट: 21.20%
- बिजनेस स्टडीज़: 11.30%
- फाइनेंस: 13.75%
- हेल्थ साइंस: 6.35%
छात्रों को यह नीति क्यों पसंद आएगी?
पंजाब के छात्रों को मिलेगा अधिक लाभ
पंजाब से कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक है। इस बदलाव से वे अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना पाएंगे और पढ़ाई के साथ-साथ अपने अनुभव को मजबूत करेंगे।
आसान प्रक्रियाएं
छात्रों को अब सिर्फ SIN नंबर के साथ काम शुरू करने की अनुमति है। इससे प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है।
नई पॉलिसी के पीछे का कारण
कनाडा सरकार विदेशी छात्रों को अपने देश में आकर्षित करने और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह नीति न केवल छात्रों को लाभ पहुंचाएगी बल्कि कनाडा की अर्थव्यवस्था और श्रम बाजार को भी मजबूत करेगी।
छात्रों के लिए जरूरी सुझाव
- टाइम मैनेजमेंट: पढ़ाई और काम के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
- सही क्षेत्र का चयन करें: अपनी पढ़ाई से जुड़े क्षेत्रों में काम करने से वर्क एक्सपीरियंस अधिक लाभदायक होगा।
- नियमों का पालन करें: सुनिश्चित करें कि आप कुल 24 घंटे से अधिक काम न करें।
कनाडा की यह नई नीति भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ी राहत है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगी, बल्कि उनके करियर को भी नई दिशा देगी। छात्रों को चाहिए कि वे इन अवसरों का पूरा लाभ उठाएं और अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं।