नीले व्हेल की गुप्त जिंदगी को उजागर करने में नागरिक वैज्ञानिकों का योगदान
नीले व्हेल, जो पृथ्वी पर सबसे बड़े जानवरों में से एक मानी जाती हैं, के रहस्यों को उजागर करने में नागरिक वैज्ञानिकों का योगदान बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। यह व्हेल प्रजाति समुद्र के विशाल विस्तारों में वास करती है, और इनका जीवनशैली इतना रहस्यमय और जटिल है कि इनकी अध्ययन प्रक्रिया एक चुनौती बन चुकी है। लेकिन, अब स्थानीय लोग और नागरिक वैज्ञानिक इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो न केवल समुद्र के जीवन को बचाने में मदद कर रहे हैं, बल्कि समुद्र तट के समुदायों को भी जागरूक कर रहे हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे नागरिक वैज्ञानिक अपनी मेहनत और उपकरणों के माध्यम से नीले व्हेल की गुप्त जिंदगी को उजागर करने में मदद कर रहे हैं।
तिमोर-लेस्ते में नागरिक वैज्ञानिकों की पहल
हर साल, लगभग दो महीने तक, मछुआरे Faustino Mauloko da Cunha अपने घर को एक व्हेल निगरानी स्टेशन में बदल देते हैं। यह घर तिमोर-लेस्ते के उत्तर में स्थित सबआउन गांव में स्थित है। हर सुबह, गांव वाले और छात्र स्वयंसेवक उनकी सहायता के लिए इकट्ठा होते हैं। उनके पास दूरबीन और टेलीफोटो कैमरे होते हैं, और वे नीले व्हेल के दर्शन के लिए समुद्र में निगाहें गड़ाए रहते हैं।
जब व्हेल दिखाई देती है, तो पूरा समूह सक्रिय हो जाता है। Faustino के बेटे Zacarias एक ड्रोन उड़ाते हैं, और ऑस्ट्रेलियाई समुद्री पर्यावरण विशेषज्ञ Karen Edyvane उन्हें सबसे अच्छे फोटोग्राफ खींचने में मदद करती हैं।
इस छोटे से और किफायती ऑपरेशन ने तिमोर-लेस्ते में पिग्मी नीले व्हेल के बारे में बहुत जानकारी इकट्ठा की है, और इस प्रक्रिया ने समुद्र विज्ञान के अध्ययन में नई दिशा दी है।
पिग्मी नीले व्हेल: एक रहस्यमय जीव
पिग्मी नीले व्हेल पृथ्वी पर सबसे बड़े जीवों में से एक हैं, लेकिन उनका अध्ययन करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। इन व्हेलों के विशाल आवास और चतुर व्यवहार के कारण, इनका अध्ययन हमेशा एक कठिन कार्य रहा है। तिमोर-लेस्ते, जो दक्षिण-पूर्व एशिया और दक्षिणी प्रशांत महासागर के बीच स्थित एक द्वीपसमूह है, में यह व्हेल प्रजाति अपने प्रवास के दौरान दिखाई देती है। अक्टूबर और नवंबर के महीनों में, जब ये व्हेल अपने प्रवास के दौरान तिमोर-लेस्ते के पानी से गुजरती हैं, इनकी निगरानी करने का अवसर मिलता है।
Prof. Karen Edyvane, जो ऑस्ट्रेलिया के चार्ल्स डार्विन विश्वविद्यालय और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में समुद्री जीवन पर शोध करती हैं, ने 2014 में नागरिक विज्ञान निगरानी कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसके माध्यम से स्थानीय मछुआरों और विद्यार्थियों को व्हेलों की निगरानी करने का प्रशिक्षण दिया गया।
नागरिक वैज्ञानिकों का योगदान
यह कार्यक्रम, जो शुरुआत में एक फेसबुक समूह के रूप में शुरू हुआ था, अब स्थानीय मछुआरों, पर्यटन ऑपरेटरों और विद्यार्थियों के साथ एक मजबूत समुदाय के रूप में विकसित हो चुका है। जब स्थानीय लोग व्हेलों को समुद्र में तैरते हुए देखते हैं, तो वे अपनी तस्वीरें फेसबुक और व्हाट्सएप पर साझा करते हैं। इस रियल-टाइम अपडेट के माध्यम से पूरे समुदाय को इस अद्भुत जीव के बारे में जानकारी मिलती रहती है।
व्हेलों की प्रजनन व्यवहार का नया ज्ञान
प्रोफेसर Edyvane और उनके सहयोगियों ने पिग्मी नीले व्हेल के कुछ अज्ञात प्रजनन व्यवहारों का दस्तावेजीकरण किया है। उदाहरण के लिए, 2022 में एक पर्यटक ने, जो इस कार्यक्रम में शामिल एक स्थानीय पर्यटन ऑपरेटर के साथ था, एक मां को अपने बछड़े को दूध पिलाते हुए पानी के नीचे फिल्माया। इस दुर्लभ दृश्य ने व्हेलों की प्रजनन प्रक्रियाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिसे पहले कभी नहीं देखा गया था।
समुदाय और पर्यावरण संरक्षण
नागरिक वैज्ञानिकों का यह योगदान सिर्फ वैज्ञानिक अध्ययन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समुदाय को एकजुट करने का भी काम करता है। तिमोर-लेस्ते की सरकार और गैर-लाभकारी संगठनों ने इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं, ताकि समुद्री जीवन की रक्षा की जा सके।
इस कार्यक्रम ने स्थानीय पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा दिया है। अब व्हेल वॉचिंग टूर की भारी मांग है, और यह क्षेत्र तिमोर-लेस्ते की आर्थिक स्थिति में सुधार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है।
नीले व्हेल जैसे विशाल और रहस्यमय जीवों के अध्ययन में नागरिक वैज्ञानिकों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन वैज्ञानिकों ने व्हेलों के जीवन की गहरी समझ प्रदान की है और समुद्र के जीवन को संरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस प्रकार, इन नागरिक वैज्ञानिकों ने न केवल पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई है, बल्कि तिमोर-लेस्ते के समुदाय को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त भी किया है।