2023 में, ग्लोबल मीजल्स के मामले 20% बढ़ गए, जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है। यह वृद्धि मीजल्स के मामले में एक गंभीर चिंताजनक संकेत है, जो लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। यह लेख मीजल्स के प्रभाव, वैक्सीनेशन की महत्वपूर्ण भूमिका और आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर चर्चा करेगा।
मीजल्स के मामले बढ़ने के कारण
मीजल्स एक अत्यधिक संक्रामक RNA वायरस द्वारा उत्पन्न होता है, और यह पिछली कुछ दशकों में कई क्षेत्रों में खत्म कर दिया गया था। लेकिन पिछले कुछ समय में इम्यूनाइजेशन कवरेज की कमी के कारण मीजल्स के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। 2023 में, 22 मिलियन से अधिक बच्चों ने पहली खुराक नहीं ली थी, जिससे यह वायरस तेजी से फैल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीनेशन रेट में गिरावट इस वृद्धि का प्रमुख कारण है। मीजल्स के खिलाफ वैक्सीनेशन अत्यधिक प्रभावी है, लेकिन लाखों बच्चे अब भी असुरक्षित हैं।
ग्लोबल स्वास्थ्य पर मीजल्स का प्रभाव
2023 में, 107,500 से अधिक लोगों की मीजल्स से मौत हो गई, जिनमें अधिकतर बच्चे थे, जो पांच साल से कम उम्र के थे। हालांकि मौतों की संख्या में हल्की कमी आई है, फिर भी यह सत्य है कि जो बच्चे मीजल्स से बच जाते हैं, उन्हें गंभीर और कभी-कभी जीवनभर की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे कि अंधापन, निमोनिया, और मस्तिष्क की सूजन। कई देशों में मीजल्स के प्रकोप ने स्वास्थ्य प्रणालियों को भी अस्त-व्यस्त कर दिया है।
मीजल्स कैसे फैलता है और यह इतना खतरनाक क्यों है?
मीजल्स, एक अत्यधिक संक्रामक रोग है, जो हवा के माध्यम से फैलता है। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या सांस लेता है तो वायरस फैलता है। इसके अलावा, मीजल्स से संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुए गए सतहों से भी यह फैल सकता है। मीजल्स के लक्षण आमतौर पर सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं—खांसी, बुखार, नाक बहना और आंखों में पानी—इसके बाद एक पूरे शरीर का चकत्ता (रैश) तीन से पांच दिन में दिखता है। अगर इसका सही इलाज न किया जाए तो यह गंभीर परिणाम दे सकता है।
वैक्सीनेशन क्यों महत्वपूर्ण है?
विशेषज्ञों का मानना है कि मीजल्स वैक्सीनेशन ने पिछले 50 वर्षों में सबसे अधिक जीवन बचाए हैं। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस का कहना है कि “मीजल्स वैक्सीनेशन ने पिछले 50 वर्षों में जितने जीवन बचाए हैं, उतने किसी अन्य वैक्सीनेशन ने नहीं बचाए।” लेकिन लाखों बच्चों को वैक्सीनेशन से दूर रखा गया है, जिससे यह गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। 95% से कम वैक्सीनेशन कवरेज वाले क्षेत्रों में मीजल्स के प्रकोप की संभावना अत्यधिक बढ़ जाती है।
ग्लोबल मीजल्स प्रकोप का अमेरिका पर असर
अमेरिका में मीजल्स 2000 में खत्म कर दिए गए थे, लेकिन अब फिर से मीजल्स के प्रकोप के मामले सामने आ रहे हैं। 2023 में, अमेरिका में कुल 277 मीजल्स के मामले दर्ज किए गए, जो 16 अलग-अलग प्रकोपों से संबंधित थे। विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीनेशन रेट में गिरावट के कारण मीजल्स का प्रकोप बढ़ सकता है, खासकर उन समुदायों में जहां वैक्सीनेशन की दर कम है। डॉ. लोरे हांडी, जो फिलाडेल्फिया में चिल्ड्रन हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन एजुकेशन सेंटर की एसोसिएट डायरेक्टर हैं, कहती हैं, “ग्लोबल स्तर पर फैलने वाली बीमारियां जल्दी से स्थानीय बन जाती हैं।”
अमेरिका में मीजल्स के प्रकोप का कारण और समाधान
अगर कोई व्यक्ति विदेश यात्रा से मीजल्स से संक्रमित होकर अमेरिका लौटता है और वह ऐसे समुदाय में प्रवेश करता है, जहां वैक्सीनेशन कवरेज कम है, तो मीजल्स का फैलना निश्चित है। यह अत्यधिक संक्रामक वायरस है, और यदि सामुदायिक स्तर पर वैक्सीनेशन की दर 95% से कम है, तो मीजल्स का फैलना अत्यधिक आसान हो जाता है।
आप कैसे मीजल्स से बच सकते हैं?
CDC की सलाह है कि बच्चों को एमएमआर वैक्सीनेशन की दो खुराक लें, पहली खुराक 12-15 महीने की उम्र में और दूसरी खुराक 4-6 साल की उम्र में। इसके अलावा, जो वयस्क वैक्सीनेटेड नहीं हैं, उन्हें भी कम से कम एक खुराक लेनी चाहिए। खासकर उन लोगों को जिनकी उम्र 18 साल से ऊपर हो और जो उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में रहते हैं या अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते हैं।
निष्कर्ष
2023 में मीजल्स के मामलों में 20% की वृद्धि, वैक्सीनेशन की अहमियत को दर्शाती है। यदि हम समय रहते वैक्सीनेशन प्रयासों को बढ़ावा नहीं देते हैं, तो भविष्य में मीजल्स के प्रकोप और अधिक घातक हो सकते हैं। मीजल्स को रोका जा सकता है, और इसको नियंत्रित करने के लिए वैश्विक स्तर पर वैक्सीनेशन जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप और आपके परिवार के सदस्य सही समय पर वैक्सीनेशन प्राप्त करें और मीजल्स के प्रकोप से बचें।