भारत के IITs में घरेलू नौकरियों के लिए भारी पैकेज: आकर्षक सैलरी ऑफर्स का बढ़ता रुझान
भारतीय IITs में बढ़ते सैलरी ऑफर्स: घरेलू नौकरियों में क्रांति
भारत के Indian Institutes of Technology (IITs) में प्लेसमेंट का सीजन एक बार फिर आकर्षक सैलरी पैकेज की सुर्खियों में है। खास बात यह है कि अब घरेलू नौकरियों के लिए भी सैलरी पैकेज अंतरराष्ट्रीय स्तर को टक्कर दे रहे हैं। कंपनियां जैसे Quantbox, Graviton, और Rubrik भारतीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए ₹1 करोड़ से अधिक के पैकेज दे रही हैं।
यह बदलाव तब शुरू हुआ जब महामारी के दौरान वैश्विक यात्रा प्रतिबंधों ने कंपनियों को भारतीय भूमिकाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर किया। हालांकि अब सामान्य स्थिति बहाल हो गई है, लेकिन भारत स्थित उच्च सैलरी वाले जॉब्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
क्यों बढ़ रही है घरेलू सैलरी की मांग?
1. महामारी के दौरान रिमोट वर्क का प्रभाव
महामारी के दौरान कंपनियों ने रिमोट वर्क को अपनाया, जिससे भारतीय प्रतिभाओं के लिए दरवाजे खुले। कंपनियों ने उन छात्रों को आकर्षित करने के लिए बड़े पैकेज दिए जो वैश्विक स्तर की विशेषज्ञता रखते हैं।
2. भारतीय प्रतिभा की विश्वसनीयता
भारतीय IIT छात्रों की गहरी तकनीकी समझ और वैश्विक टीमों के साथ काम करने की योग्यता ने उन्हें कंपनियों के लिए अपरिहार्य बना दिया है।
3. अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का भारत की ओर झुकाव
कई कंपनियां भारत में अपने ऑपरेशन्स बढ़ा रही हैं और इसलिए भारतीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए घरेलू स्तर पर अंतरराष्ट्रीय सैलरी देने को तैयार हैं।
कौन-कौन सी कंपनियां दे रही हैं भारी सैलरी?
Quantbox Research
₹1.65 करोड़ तक के पैकेज के साथ Quantbox ने IIT प्लेसमेंट में अपनी जगह बनाई है।
Atlas Research
यह कंपनी ₹55 लाख के बेस सैलरी, ₹10 लाख के जॉइनिंग बोनस और ₹30 लाख के गारंटीड बोनस के साथ ₹1 करोड़ का पैकेज ऑफर कर रही है।
Graviton Research Capital और Rubrik
₹65 लाख से ₹1.65 करोड़ तक के पैकेज ऑफर करते हुए, ये कंपनियां भारतीय प्रतिभाओं को तेजी से अपने साथ जोड़ रही हैं।
Databricks और Squarepoint Capital
ये कंपनियां अपने जॉब ऑफर्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सैलरी और सुविधाएं जोड़ रही हैं।
पुराने IITs के छात्रों को सबसे ज्यादा लाभ
IIT Delhi, IIT Bombay, IIT Madras, IIT Kanpur, और IIT Kharagpur जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में दिसंबर की शुरुआत से प्लेसमेंट ड्राइव शुरू हो चुकी है।
प्री-प्लेसमेंट ऑफर्स (PPOs) का बढ़ता चलन
कई कंपनियां छात्रों को पहले ही इंटर्नशिप के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर नौकरियों की पेशकश कर रही हैं। इस ट्रेंड से छात्रों को न केवल करियर की दिशा तय करने का मौका मिलता है, बल्कि उन्हें उच्च सैलरी पैकेज भी मिलते हैं।
भारतीय प्रतिभा की वैश्विक मांग
सस्टेनेबल ग्रोथ और भारतीय टैलेंट
IIT-BHU के ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल के कोऑर्डिनेटर सुषांत के श्रीवास्तव ने बताया कि,
“भारत की कहानी और भारतीय प्रतिभा आज भी एक बाजार में चमक रही है, जो अनिश्चितताओं से भरा है।”
वैश्विक टीमों के साथ काम करने का मौका
इन नौकरियों का एक बड़ा लाभ यह है कि छात्रों को न केवल भारत में रहते हुए उच्च सैलरी मिलती है, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ काम करने और विदेश यात्रा या स्थानांतरण का अवसर भी मिलता है।
घरेलू नौकरियों में बड़े पैकेज के पीछे का कारण
- प्रतिभा को रोकना
भारतीय छात्रों को अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए भारत से बाहर जाने से रोकने के लिए कंपनियां अधिक पैकेज दे रही हैं। - नियामकीय ढील
भारत में क्रियान्वित सरल और प्रभावी नियामकीय नीतियों के कारण कई कंपनियां भारत में अपना विस्तार कर रही हैं। - तकनीकी क्षेत्र में बढ़ते अवसर
एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग, डेटा सिक्योरिटी और इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म जैसे क्षेत्रों में बढ़ती मांग के कारण इन क्षेत्रों की कंपनियां IITs से छात्रों को हायर कर रही हैं।
भारतीय IITs के छात्रों के लिए यह समय सुनहरा है। हाई सैलरी ऑफर्स के चलते छात्रों को अब भारत में ही वैश्विक अवसर मिल रहे हैं। यह न केवल भारतीय प्रतिभा की बढ़ती मांग को दर्शाता है, बल्कि भारत के तकनीकी और शैक्षणिक क्षेत्र की मजबूती को भी उजागर करता है।
आईआईटी से पास आउट होने वाले छात्रों के लिए यह ट्रेंड न केवल करियर ग्रोथ बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
“आईआईटी छात्रों के लिए ₹1 करोड़ से अधिक की सैलरी, भारत में रहकर वैश्विक अवसर पाने का सुनहरा मौका है।”