Wednesday, December 4, 2024
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    गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: टीओडी ज़ोन से बढ़ेंगे रोजगार और विकास

    गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031: मेट्रो कॉरिडोर के साथ टीओडी ज़ोन से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

    गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 में मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर टीओडी ज़ोन (ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट ज़ोन) को शामिल किया गया है। यह ज़ोन गाजियाबाद की रेड और ब्लू मेट्रो लाइनों के आसपास 500 मीटर की सीमा तक विकसित होगा। यह नई योजना न केवल शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देगी बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।


    क्या है टीओडी ज़ोन और इसका महत्व?

    टीओडी ज़ोन का उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन को सुगम बनाना और उसके आसपास उच्च घनत्व वाले मिश्रित भूमि उपयोग को बढ़ावा देना है। इन क्षेत्रों में आवासीय और कमर्शियल निर्माण की अनुमति दी जाती है, जिससे शहरी विकास को गति मिलती है। गाजियाबाद के मास्टर प्लान 2031 में इसे प्रमुख स्थान दिया गया है।


    टीओडी ज़ोन में मिक्स्ड लैंड यूज का लाभ

    टीओडी ज़ोन में लैंड यूज मिक्स होगा, यानी भूखंडों पर आवासीय और व्यावसायिक दोनों तरह की गतिविधियों की अनुमति होगी।

    किया जा सकेगा ये निर्माण:

    • शोरूम और रेस्टोरेंट
    • मॉल और कॉम्प्लेक्स
    • ऑफिस स्पेस

    इससे न केवल व्यावसायिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।


    एफएआर में बढ़ोतरी से भूखंड मालिकों को होगा फायदा

    एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) टीओडी ज़ोन में बढ़ाकर 5 कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अगर आपके पास 100 वर्ग मीटर का भूखंड है, तो आप 500 वर्ग मीटर तक का निर्माण कर सकते हैं।

    छोटे भूखंडों के लिए बड़े अवसर

    रेड लाइन मेट्रो के आसपास छोटे भूखंडों की संख्या अधिक है। अब इन भूखंडों पर बहुमंजिला इमारतों का निर्माण संभव होगा। इससे भूखंड मालिकों को अधिक लाभ होगा और शहरी क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी।


    जीडीए की आय में होगी वृद्धि

    गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को भी इस योजना से बड़ी आय होने की उम्मीद है।

    • नए नक्शों की मंजूरी से शुल्क प्राप्त होगा।
    • यह राशि शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में खर्च होगी।

    टीओडी ज़ोन का क्षेत्रफल

    गाजियाबाद में दोनों मेट्रो लाइनों के साथ कुल 636.61 हेक्टेयर क्षेत्र में टीओडी ज़ोन विकसित किए जाएंगे।

    • रेड लाइन मेट्रो: 9.5 किमी लंबाई के साथ 482.63 हेक्टेयर।
    • ब्लू लाइन मेट्रो: 2 किमी लंबाई के साथ 153.98 हेक्टेयर।

    इन क्षेत्रों में मिक्स्ड लैंड यूज का विकास होगा, जिससे मेट्रो के पास ही रोजगार और सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।


    मास्टर प्लान में टीओडी ज़ोन की भूमिका

    गाजियाबाद के मास्टर प्लान 2031 में टीओडी ज़ोन को स्पष्ट रूप से दिखाया गया है।

    • जीडीए ने इसे लागू करने से पहले जनता से आपत्तियां और सुझाव मांगे थे।
    • सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद इसे योजना में शामिल किया गया।

    टीओडी ज़ोन का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

    1. रोजगार के अवसर: मिक्स्ड लैंड यूज और व्यावसायिक निर्माण से हजारों नए रोजगार पैदा होंगे।
    2. यातायात में सुधार: मेट्रो कॉरिडोर के पास रोजगार के अवसर होने से आवागमन में सहूलियत होगी।
    3. शहरी विकास: ऊंची इमारतों और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से शहर का समग्र विकास होगा।
    4. पर्यावरण पर प्रभाव: कम दूरी पर सुविधाएं होने से वाहनों की निर्भरता घटेगी और प्रदूषण कम होगा।

    निष्कर्ष: गाजियाबाद के लिए एक नया अध्याय

    गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 में टीओडी ज़ोन की योजना शहर के विकास के लिए एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल शहरी विकास को बढ़ावा देगी बल्कि रोजगार और सुविधाओं के मामले में भी नई संभावनाएं खोलेगी।

    सुझाव:

    यदि आप इस योजना से लाभान्वित होना चाहते हैं, तो भूखंडों की संभावनाओं को समझें और सही निर्णय लें। गाजियाबाद में टीओडी ज़ोन के साथ भविष्य उज्ज्वल दिखता है।


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